पर्सनल एजुकेशन नंबर क्या है: केंद्र सरकार द्वारा छात्रों के एजुकेशन को बेहतर बनाने के लिए आए दिन नई-नई नीति आती रहती है जैसे अभी हाल फिलहाल में आए नए शिक्षा नीति के तहत केंद्र सरकार ने छात्रों के लिए APAAR ID की सुविधा प्रदान की है अपार ईद का पूरा नाम ऑटोमेटिक परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री है यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लक्ष्य की अनुरूप एक नई पहल है जिसमें छात्रों के लिए एक बहु विषयक शिक्षा हेतु वातावरण तैयार करना शामिल है APAAR ID एक राष्ट्र एक छात्र आईडी के कॉन्सेप्ट पर आधारित है
पर्सनल एजुकेशन नंबर क्या है?
जिस तरह भारत देश में लोगों के व्यक्तिगत पहचान हेतु सरकार द्वारा आधार कार्ड का कॉन्सेप्ट लाया गया ताकि लोगों की व्यक्तिगत पहचान की जा सके ठीक उसी तरह भारत में सभी छात्रों के राष्ट्रीय शैक्षिक पहचान हेतु अपार आईडी या परमानेंट एजुकेशन नंबर को लाया गया है जिससे छात्रों की पहचान से संबंधित शैक्षिक चुनौतियों के समाधान में मदद मिलती है।
यह पहचानकर्ता जिसे APAAR ID या परमानेंट एजुकेशन नंबर कहते हैं यह प्रत्येक छात्र के लिए होगा तथा इसे जन्म के समय से उस बच्चों को दिया जाएगा जो कि बच्चे की पूरी शैक्षणिक यात्रा के दौरान सामान रहेगी।
छात्रों का पर्सनल एजुकेशन नंबर रिकॉर्ड में रखा जाएगा तथा छात्रों के विभिन्न दस्तावेजों पर छापा जाएगा जिसमें शामिल है-
- SSC मेमो (दसवीं कक्षा का मेमो)
- SSC हॉल टिकट ( दसवीं कक्षा का हॉल टिकट)
- स्कूल उपस्थिति रजिस्टर
- ट्रांसफर सर्टिफिकेट
- रिकॉर्ड सीट
- स्कूल एडमिशन रजिस्टर
APAAR (PEN) का लक्ष्य:
सरकार की इस पहल का उद्देश्य बच्चों के लिए शिक्षा प्रणाली को आसान बनाना है इसे शिक्षा मंत्रालय के द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के भाग के रूप में पेश किया गया था राष्ट्रीय शिक्षा प्रौद्योगिकी मंच के अध्यक्ष श्री अनिल सहस्त्रबुद्धे के अनुसार APAAR आईडी राज्यों में छात्रों के प्रदर्शन को बढ़ावा देने के लिए एक उपयोगी पहल है जिसका मुख्य उद्देश्य शिक्षा नीति को बेहतर बनाना है और शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाना है परमानेंट एजुकेशन नंबर की सहायता से राज्य सरकारी साक्षरता दर ड्रॉप आउटडोर और और शिक्षा से संबंधित अन्य आंकड़ों पर नजर रख सकेगी तथा उन्हें सुधार करने के लिए नए-नए कदम उठा सकेगी।
पर्सनल एजुकेशन नंबर के फायदे:
- भारत में छात्रों के राष्ट्रीय पहचान पत्र या परमानेंट एजुकेशन नंबर शुरू करने के कई लाभ है जो की निम्नलिखित है
- छात्रों को किसी नए स्कूल या किसी ने शैक्षणिक संस्था में एडमिशन लेने के लिए काम कागजीकार्रवाई करनी होगी
- माता-पिता और और सरकार के लिए बच्चों की प्रकृति को ट्रैक करना आसान हो जाएगा शिक्षा प्रणाली में जवाब देही और पारदर्शिता बढ़ेगी।
- छात्रों के लिए स्कूल या संस्था बदलना आसान हो जाएगा
छात्रों को अपने अलग-अलग स्कूल और संस्था में प्रदर्शन को ट्रैक करने की अनुमति मिलेगी।
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APAAR या PEN ID के लिए योग्यता:
भारत में जन्मा कोई भी बच्चा चाहे उसकी उम्र या शिक्षा का स्तर कुछ भी हो वह PEN या APAAR आईडी के लिए योग्य है।
APAAR ID का उपयोग:
केंद्र सरकार के अनुसार यदि प्रत्येक छात्र के पास APAAR ID या PEN नंबर होगी तो एक राष्ट्र एक छात्र के रूप में काम करेगी यह शिक्षक संबंधी विभिन्न उद्देश्यों के लिए छात्रों को 100 संगत पहचान प्रदान करेगा जिससे संस्थाओं के बीच स्थानांतरण में उन्हें मदद मिलेगी और यह डिजीलॉकर के प्रवेशद्वार के रूप में काम करेगी जहां छात्रों की उपलब्धियां को डिजिटल रूप में संग्रहित किया जाएगा। APAAR ID छात्रों की गतिविधियों के बारे में जानकारी देगी जिससे छात्रों के ड्रॉप आउट को भी ट्रैक किया जा सकेगा ताकि उन्हें शिक्षा प्रणाली से वापस जोड़ा जा सके APAAR ID का उपयोग विभिन्न कार्यों के लिए किया जाएगा जिसका लाभ सभी छात्रों को मिलेगा जैसे की नए प्रवेश, छात्रवृत्ति वितरण, एनडीए द्वारा प्रवेश परीक्षा, पुरस्कार जारी करना और मान्यता प्रदान करना आदि।
पर्सनल एजुकेशन नंबर कैसे प्राप्त करें:
पर्सनल एजुकेशन नंबर प्राप्त करने के लिए छात्रों को अपना नाम जन्मतिथि लिंग और आयु जैसे कुछ सामान्य जानकारी देनी होगी इस जानकारी के आधार पर उनके आधार कार्ड को वेरीफाई किया जाएगा और उसके बाद छात्रों को एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करना होगा जिसे वे स्वीकार अथवा अस्वीकार करना चुन सकते हैं नाबालिक छात्रों के संबंध में इस सहमति पत्र पर उनके माता-पिता को हस्ताक्षर करना होगा। जिससे शिक्षा मंत्रालय UIDAI के साथ वेरीफाई करने के लिए छात्रों के आधार नंबर का उपयोग कर सकेगा।
निष्कर्ष:
इस आर्टिकल से आपने जाना PEN या APAAR आईटी क्या है यह सभी छात्रों के लिए किस तरह उपयोगी है इसको लॉन्च करने का मुख्य उद्देश्य क्या है छात्र अपने लिए परमानेंट एजुकेशन नंबर को कैसे निकाल सकते हैं परमानेंट एजुकेशन नंबर हेतु आप कैसे आवेदन कर सकते हैं आदि यदि आपके मन में कोई सवाल है और आप हमसे पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट कर सकते हैं।
उम्मीद है आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा इसी तरह की जानकारी के लिए आप हमारे अन्य ब्लॉग को पढ़ सकते हैं धन्यवाद!
पर्सनल एजुकेशन नंबर से संबंधित सवाल-जवाब (FAQs):
1. क्या परमानेंट एजुकेशन नंबर अनिवार्य है?
शैक्षणिक वर्ष 2024 25 के छात्रों के लिए PEN अनिवार्य कर दिया जाएगा।
2. परमानेंट एजुकेशन नंबर कैसे प्राप्त करें?
APAAR का मतलब ऑटोमेटेड स्थाई शैक्षिक अकाउंट रजिस्ट्री है जो की सामान्य सेवा केंद्रों (CSCs) के माध्यम से छात्रों के लिए उपलब्ध है परमानेंट एजुकेशन नंबर के रूप में छात्रों को यूनिक 12 अंकों का अद्वितीय कोड प्रदान किया जाएगा जिसके लिए सभी छात्रों को एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट ( एबीसी) पर पंजीकरण करना होगा।
3. छात्रों के लिए पैन नंबर क्या है?
परमानेंट एजुकेशन नंबर या व्यक्तिगत शिक्षा संख्या का सभी शिक्षा प्लेटफार्म पर छात्रों को एक विशिष्ट पहचान संख्या प्रदान करने की एक पहल है।
4. पैन नंबर कैसे निकले?
परमानेंट एजुकेशन नंबर निकालने के लिए आप पेन की ऑफिशल वेबसाइट अथवा डिजिलॉकर एप्लीकेशन की सहायता ले सकते हैं।